किरायेदार भाभी की चुदाई मजेदार
Saturday, 2 December 2017
स्तो हमारा नाम राघवेंद्र है और हमारे घर में पिछले 3 महीनो से एक नये किरायेदार रहने के लिए आए हुए है। उनकी फेमिली में 3 लोग है भाभी, भैया और उनकी एक छोटी लड़की और वह लोग हमारे घर के सबसे ऊपर वाले हिस्से में रहते है। जहाँ पर 3 रूम और एक किचन है और एक टॉयलेट बाथरूम अटेच है। भाभी के पति सप्ताह में 5 दिन बाहर रहते है और रविवार को ही घर में पूरे दिन साथ में रहते थे।
वो दिखने में अच्छी थी और उन्हें देखकर लगता था कि शादी को अभी केवल 4 या 5 साल हुए है। हमारा रूम भी छत पर ही था। भाभी रात तक काम करती थी और वह हमारे सामने कई बार दिखती थी.. क्योंकि किचन रूम के बाहर था और इतनी ज्यादा बार बार दिखने की वजह से हमारा भी मन उनको बार बार देखने को होता था और में छत पर कुछ सामान फेंकने के बहाने या फ़ोन पर बात करने के बहाने से भाभी के सामने बार बार जाता था।
फिर में रात भर भाभी के बारे में सोचने लगा। भाभी के ख़याल से ही हमारा 7 इंच लंबा लंड खड़ा हो जाता था। अब हमने एक प्लान बनाया क्यों ना भाभी से बात की जाए और उनसे फ्रेंडशिप बड़ाई जाए और फिर में उनसे पानी माँगने के बहाने जाता था और हमने उनसे बातें करना शुरू कर दिया। धीरे धीरे हमारी दोस्ती बढ़ने लगी और में उनसे बहुत बातें करने लगा। उनको कोई सामान माँगना होता था तो वह हमसे कहती थी। वह हमें धीरे धीरे बहुत अच्छी लगने लगी।
अब एक दिन हमने उनको कहा कि भाभी हम फिल्म देखने चलें तो उन्होंने मना कर दिया और ये सुनकर हमें भाभी के ऊपर बहुत गुस्सा आया.. लेकिन में क्या कर सकता था? फिर एक दिन में कंप्यूटर पर थोड़ी तेज़ आवाज़ में गाने सुन रहा था तो वो अपने रूम से निकल कर हमारे रूम में आई और उन्होंने हमसे कहा कि क्या तुम्हारे पास कंप्यूटर है? और तुमने हमें कभी बताया ही नहीं वह क्यों? फिर हमने उनसे बोला कि इसमे बताने वाली क्या बात है? तो उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले 6 महीनो से कोई नयी फिल्म नहीं देखी है और उन्होंने बोला कि एक अच्छी सी फिल्म की डीविडी लेकर आओ और हम साथ में फिल्म देखेंगे।
अब हमने कहा कि ठीक है और फिर हमने उनसे पूछा कि क्या आपको हॉलीवुड फिल्म पसंद है? अब उन्होंने कहा कि हाँ हमने कहा कि इस कंप्यूटर में 100 से ज्यादा फिल्म है क्या आप देखेंगी? उन्होंने कहा कि हाँ लेकिन खाना खाने के बाद। अब हमने कहा कि ठीक है और वह जल्दी से खाना बनाने चली गई और हमने भी खाने के बाद अपने रूम का दरवाज़ा बंद कर दिया और लाइट बुझा दी यह देखकर में दंग रह गया और हमें लगा कि वो नहीं आने वाली तो हमने क्या किया कि अपने कपड़े उतारे और केवल अपनी अंडरवियर में ही सो गया रात को करीब 11.30 बजे हमारे रूम के दरवाज़े पर आवाज़ हुई हमने झटके से दरवाज़ा खोला तो क्या देखा कि वो हमारे सामने खड़ी थी और में भाभी के सामने अंडरवियर में ही था और हमने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और फिर हमने उनसे बोला कि हमें लगा कि आप नहीं आओगी.. तो उन्होंने कहा कि चलो अंदर चल कर बातें करे। अब यह सुनकर हमारा लंड एकदम से फनफनाने लगा.. खेर हमने भाभी के सामने शर्ट पहनी और भाभी के सामने बैठ गया उन्होंने कहा कि में यह सोच रही थी कि बेबी सो जाए तब आराम से फिल्म का मज़ा लेंगे।
भाभी ने उस समय सूट पहन रखा था और दुपट्टा नहीं डाला हुआ था और हमारी नजरे बार बार उनकी चूची को देख रही थी और अब भाभी ने हमें फिल्म चलाने को कहा और हमने फिल्म चलाई। 45 मिनट देखने के बाद वो बोली कि क्या कोई हिन्दी फिल्म नहीं है तुम्हारे पास? अब हमने कहा कि एक है तो उन्होंने कहा कि चलाओ तो हमने बोला कि ठीक है और हमने मर्डर फिल्म लगा दी.. फिल्म चलने लगी भाभी सोफे पर लेट कर फिल्म देख रही थी और में अपने बेड पर।
फिर जब फिल्म चल रही थी तो में भाभी को बार बार देख रहा था और वो भी कभी कभी हमें देखती अब बहुत गरम सीन शुरू हुआ और भाभी हमें देखती और मंद मंद मुस्कुराई और में भाभी को बार बार देखता और मुस्कुराता रहा। अब हमने उनसे कहा कि भाभी आप बेड में आराम से लेट जाओ और में सोफे पर लेट जाता हूँ।
अब उन्होंने कहा कि ठीक है और में उठकर गया और फिर हमारा लंड हमारी शर्ट में टेंट बना हुआ था तो उसे भी भाभी ने देख लिया और लंड को देखकर अपनी गर्दन को हल्का सा घुमा लिया और मुहं उधर की तरफ घुमा कर हल्का सा मुस्कुराई। हमें ये देखकर मज़ा आ गया। फिर में सोफे पर लेट गया और वो बेड पर आराम से लेटी हुई थी हमारा लंड अब एकदम लंबी रोड बन चुका था.. मन तो कह रहा था कि अभी भाभी को लेटाकर पूरा का पूरा लंड उनकी बुर में डाल दूँ लेकिन हिम्मत नहीं हो रही थी।
अब हमने अपने लंड पर बार बार हाथ फैरना शुरू किया और में भाभी को भी देख रहा था और वह भी हल्का हल्का मुस्कुराती और जब उनसे हमारी नज़रें मिली अब फिल्म ख़त्म हो गयी और फिर हमने एक दूसरी हॉलीवुड फिल्म जो की हिन्दी में डब थी वह लगा दी। फिल्म चलते चलते 2 बज चुके थे और भाभी को जब हमने मुड़कर देखता तो वह किसी भी तरह से नहीं हिल रही थी। फिर हमने उठकर उनको पास से देखा क्या ग़ज़ब लग रही थी.. हमने मोबाइल की लाईट जला कर देखा तो वह सो चुकी थी। हमारे लंड का बुरा हाल हो चुका था और फिर हमने हिम्मत की और भाभी के पास में लेट गया।
करीब 20 मिनट लेटने के बाद हमने धीरे से उनको टच किया.. लेकिन वह कुछ नहीं बोली और हमने फिर से उनको कसकर टच किया और उनकी पीठ पर हाथ फैरे तो उन्होंने कोई विरोध नहीं किया और हमने धीरे धीरे उनकी बुर सहलाई। क्या बताऊँ मित्रों दिल की धड़कन तेज़ी से बढ़ती जा रही थी और इतना मज़ा आ रहा था कि क्या बताऊँ और अब डर पूरी तरह से ख़त्म हो चुका था। हमने उनकी सूट के अंदर हाथ डालकर बूब्स को दबाना शुरू किया और भाभी के निप्पल को रगड़ना शुरू किया। लेकिन ये सब ठीक से नहीं हो पा रहा था। बार बार ब्रा बीच में फंस रही थी। फिर हमने उनकी सूट उतारा और जब सूट पीठ तक आया तो ऊपर नहीं हो पा रहा था। अब हमने भाभी को हल्का सा ऊपर उठाया और में क्या बताऊँ मित्रों.. में भाभी के ऊपर कूद पड़ा और उनको पागलो की तरह किस करने लगा। अब वो उठी और उन्होंने अपनी सलवार को भी उतार दिया। हमने उनकी बूब्स को मुहं में लिया और ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा। हमें इतना मज़ा कभी नहीं आया था और हमने उनको बहुत देर तक चूसा, चाटा और दबाया। अब हमने अपनी शर्ट और अपना अंडरवियर को उतार दिया और हमारा लंड बार बार भाभी की नाभि पर और भाभी के पेट पर लग रहा था।
हमने एक हाथ से उनकी पेंटी को उतारा और उनकी बुर को सहलाने लगा.. उनकी बुर पर बहुत छोटे छोटे बाल थे। लगता था कि जैसे 5 दिन पहले उन्होंने अपनी झांट साफ की थी और फिर हमने अपनी बीच की ऊँगली को उनकी बुर में डाल दिया। उनकी बुर से पानी निकल रहा था और में उनकी बूब्स को लगातार चूस रहा था। अब भाभी ने कहा कि बस अब हमसे रहा नहीं जाता.. प्लीज डालो ना इसे हमारी बुर में। बहुत दिनों से यह लंड की प्यासी है प्लीज। अब हमें और भी जोश आ गया और में भाभी के दोनों पैरो को फैलाकर बुर के सामने बैठ गया और हमने लंड को बुर पर सेट किया और जोश में आकर एक जोर का धक्का मारा और अब हमारा पूरा का पूरा लंड उनकी गीली बुर में एक बार में ही चला गया और फिर भाभी के चहरे से साफ पता लग रहा था कि उनको कितना दर्द हुआ है।
थोड़ी देर बाद वह सिसकियाँ लेने लगी और में धीरे धीरे लंड को बुर में आगे पीछे करने लगा और चुदाई में व्यस्त हो गया। फिर करीब 30 मिनट की चुदाई के बाद में उनकी बुर में ही झड़ गया और पूरा का पूरा वीर्य बुर में डाल दिया और भाभी के ऊपर ही पड़ा रहा और उनकी चुचियों को चूसने लगा और वह मस्त होकर चुदाई के मजा लेने लगी और फिर कुछ देर बाद में उठा और लंड को बुर से बाहर निकाला पूरी बेडशीट वीर्य से गीली हो चुकी थी। फिर हमने उठकर कपड़े पहने और भाभी अपने रूम पर चली गई.. लेकिन उसके बाद हमारी चूत चुदाई के सिलसिला जारी रहा और हमने बहुत बार चुदाई का मजा लिया ।
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