ऐसा पहली बार हुआ - First time sex
Monday, 3 June 2013
मेरा नाम राहुल है, बिहार का रहने
वाला हूँ। मैं आपको एक
असली कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
जो मेरे साथ एक साल पहले घटित हुई
थी।
वैसे मैं 23 साल और थोड़ा अय्याश
किस्म का लड़का का हूँ बचपन से ही।
बचपन से ही ज्यादातर लड़कियों के
साथ रहा हूँ। मेरे ख्याल से
लड़कियाँ बेवफा होती हैं, कभी आप से
चुदा रही हैं, कभी किसी और से !
मेरे गली में एक लड़की रहती है नाम है
कोमल है। मुझे उस में कोई इंटरेस्ट
नहीं था क्योंकि मैं उसे देख
ही नहीं पाता था, लेकिन वो मुझे देख
सकती थी जो मुझे उसने बाद में बताया।
उसके बगल में मेरा एक दोस्त रहता था,
उसने मुझे बताया कि कोमल मेरे बारे में
पूछ रही थी, सो मैंने भी थोड़ा इंटेरस्ट
लिया और एक दिन
उसका पीछा किया।
मेहनत रंग लाई और मेरे दोस्त के हाथ उसने
मुझे एक लैटर भेजा जिसमें आई लव यू
लिखा था। उसके बाद हम पास के
ही एक मंदिर में मिले, कुछ बात करने के
बाद वो चली गई।
एक दिन सुबह मैं
उठा तो देखा तो कोमल हमारे घर मेरे
पापा से बात कर रही थी।
पता चला कि मेरे छोटे भाई ने कोमल के
भाई को मारा था, उसके सर पर चोट आ
गई थी। उसने पापा को इस बारे में
बताया तो मेरे पापा ने कहा- यह
मेरी नहीं सुनता है, ऊपर इसके भाई से
बोलो ! वो ऊपर अपने में कमरे में होगा।
तो मैं झट से अपने कमरे में आ गया और मन
ही मन खुश हुआ कि आज
मौका मिला है।
वो आ नहीं रही थी तो पापा ने उसे
जोर देकर कहा- जाओ ना !
तो वो मेरे कमरे में ऊपर आ गई, मैंने उससे
पूछा- तुम यहाँ?
तो वो मेरे भाई की करतूत बताने लगी।
मैंने बोला- और कुछ?
तो वो शरमा गई।
मैंने बोला- एक किस दो ना?
तो वो बोली- कोई आ जाएगा।
तो मैं बोला- कोई नहीं आएगा !
मैंने कमरा बंद कर लिया और उसे किस
करने लगा, वो गर्म होने लगी तो मैं
उसकी चूचियाँ दबाने लगा।
वो सिसकारने लगी तो मैंने
उसकी स्कर्ट के नीचे से अपना हाथ
उसकी पैंटी में घुसा दिया और उसकी बूर
को उंगली से सहलाने लगा। वो बहुत
जोर से सिसकारने लगी और उसकी बुर
पानी छोड़ने लगी।
तो मैंने उसकी चड्डी उतार दी और
उसकी बुर को गौर से देखा, 18 साल
की बुर की क्या बात होती है, मैं
अच्छी तरह से जानता हूँ, कोई बाल
नहीं था बुर पर, चिकनी गद्देदार !
मजा आ गया।
मैंने पूछा- तुमने कभी चुदाया है?
तो बोली- नहीं !
कभी कभी जीजाजी चूची दबा देते हैं।
मैंने अपने मोबाइल पे एक चुदाई
का वीडियो लगाया और उसे
अपना लण्ड चाटने के लिए कहा।
पहले तो वो मना करने लगी, मैंने
उसकी बुर चाटी तो कोमल गर्म होने
लगी और मेरा लण्ड चाटने लगी।
थोड़ी देर हम चटाई-चुसाई का खेल खेलते
रहे और फिर मैं झड़ गया।
जब मैंने उसकी बुर में लंड घुसाने
की कोशिश की तो अन्दर
जा ही नहीं रहा था। यह कहानी आप
अन्तर्वासना.कॉम पर पढ़ रहे हैं।
मैंने थोड़ा तेल उसकी बुर और अपने लंड पे
लगाया और एक
झटका दिया तो आधा लंड अन्दर
चला गया, तो वो चिल्ला पड़ी। मैं
उसके होंठ चूसने लगा वो चुप हो गई
पर उसकी आँखों में पानी आ गया था।
मैंने देखा कि उसकी बुर से खून निकल
रहा था। थोड़ी देर लंड अन्दर बाहर
करने के बाद वो भी आँखें बंद करके
मजा लेने लगी।
मैंने उसे खूब चोदा और अगली बार
मिलने की बात कही।
चुदवाने के बाद वो चली गई और
अपना नंबर दिया, कहा- रात को कॉल
करुँगी।
मैंने कहा- ठीक है।
रात को 12 बजे उसका कॉल आया, उसने
बताया कि उसकी बुर में बहुत दर्द
हो रहा है।
तो मैंने कहा कि मुझे भी लंड में दर्द
हो रहा है।
तो वो हंसने लगी और कहा- तुमने मुझे खूब
चोदा ना इसलिए !
तो मैंने कहा- तुमने भी तो खूब
चुदवाया ना !
और हम लोग लंड और बुर की बात करते
रहे। मैंने उसे बुर में उंगली करने
को कहा तो वो करने लगी और फ़ोन पर
ही सिसकारने लगी और कहने लगी-
चुदवाने का बहुत मन कर रहा है मेरा !
तो मैं बोला- मैं आ जाऊँ?
तो वो बोली- आ जाओ !
उसके घर के पीछे एक दरवाजा था, मैंने उसे
वहाँ पर आने को कहा तो वो मान गई।
रात का एक बज रह था, मैं अपने घर से
चुपचाप निकल गया,
वहाँ गया तो देखा वो वहीं थी, मैंने
जाते ही दरवाजा बन्द किया और
उसकी बुर चाटने लगा। वो खड़े खड़े
अपनी बूर चटवा रही थी, उसने अन्दर कुछ
नहीं पहना था क्योंकि कुछ देर पहले
ही हम लोग फ़ोन पर चोदा-चोदी कर
रहे थे।
मैंने वहाँ पर खड़े खड़े उसकी बूर में लंड पेलने
की कोशिश कि पर लंड पूरा अन्दर
नहीं जा पा रहा था। कोमल बोली-
लेट कर घुसाओ ना !
तो मैंने उसे जमीं पर उसे लिटा कर खूब
चोदा, फिर बुर से खून निकलने लगा,
मेरा लंड दर्द करने लगा पर मैं
चोदता रहा वो भी मजा लेने लगी और
मस्ती से चुदाने लगी।
मैंने पूछा- गांड को चोदने दोगी?
तो मना करने लगी।
फिर मैंने उसकी बुर की जम कर चुदाई
की।
करीब 4 बजे तक मैं वापिस घर आ गया।
पहली बार किसी के घर में घुस कर
किसी की बेटी या बहन
को चोदा था।
इस तरह मैंने उसको कई बार चोदा रात
को उसके घर जाकर।
एक दिन उसने बताया कि वो कंप्यूटर
सीखने बाहर जा रही है। एक दूर
की बहन से साथ कमरा ले कर रहेंगे।
और दो दिनों बाद वो चली गई और हम
फ़ोन पर ही चुदाई करने लगे।
एक दिन वो बोली- यहाँ आ जाओ !
तो मैंने कहा- तुम्हारी बहन
नहीं बोलेगी कुछ?
तो कोमल बोली- नहीं, वो भी तुमसे
मिलना चाहती है और
उसका बॉयफ़्रेन्ड भी है लेकिन उसने उसे
चोदा नहीं है।
तो मैं ट्रेन पकड़ कर रात को 11 बजे उसके
कमरे पर आ गया।
क्या मस्त बहन थी कोमल की, कोमल
जैसी ही कमसिन कलि ! सीमा नाम
था उसका।
मैंने उसी समय सोच लिया कि आज इसे
भी चोदना है।
छोटी छोटी चूचियाँ थी सीमा की,
जींस में मस्त लग रही थी।
खैर मैंने खुद पर कंट्रोल किया और हम
बातें करने लगे। कमरा एक
ही था तो सीमा पलंग पर सो गई और मैं
और कोमल नीचे लेट गए और चुदाई
का खेल चलने लगा, उसे खूब खूब चोदा, 3
बार चोदा।
जब कोमल सो गई तो मैं चुपके से पलंग पर
गया और अपना एक हाथ
सीमा की चूची पर रख दिया।
वो शायद जग रही थी, उसने मेरा हाथ
अपनी चूची से हटा दिया लेकिन कुछ
बोली नहीं तो मुझे थोड़ी हिम्मत हुई
और मैंने फिर उसकी चूची पर हाथ रख
दिया।
तो अब वो कुछ नहीं बोली, शायद
वो हमारी और कोमल की चुदाई देख
रही थी, वो गर्म हो चुकी थी।
वो पजामा पहने थी, मैंने
उसका नाड़ा खोल कर उसकी बुर पर
हाथ रख दिया और मसलने लगा।
वो सी सी करने लगी तो मैं उसे किस
करने लगा और उसे नंगी कर दिया,
उसकी बूर को चाटने लगा, उसने
पानी छोड़ दिया तो मैंने जल्दी से
अपना लंड उसकी बूर पर रख
दिया तो वो पागल सी होने लगी।
मैंने धीरे धीरे लंड बुर में पेलना शुरु किया,
थोड़ा अन्दर गया तो वो चिल्लाई।
मैं उसे किस करने लगा और लंड
को थोड़ा थोड़ा अन्दर बाहर करने
लगा। उसे भी अब अच्छा लगने लगा और
मस्ती में चूतड़ उठाने लगी। धीरे धीरे
पूरा लण्ड उसकी चूत में चला गया,
उसकी योनि से खून निकल रहा था।
सीमा की चुदाई पूरी करके मैं फिर
कोमल पास आकर सो गया। खास बात
यह थी इतनी देर की चुदाई में सीमा ने
एक बार भी बात नहीं की थी।
सवेरे 5 बजे कोमल ने उठाया जाने के लिए
तो मैंने कहा- एक बार और चोदना है।
और फिर उसे जम कर सवेरे सवेरे चोद
दिया। सीमा सो रही थी।
मैं तैयार होने लगा तो कोमल टॉयलेट
चली गई तो मैंने मौका देखते
ही दरवाजा बंद कर
सीमा का पजामा खोला।
वो सो रही थी, मैंने
देखा कि उसकी चूत बिल्कुल लाल
थी और खून से सनी थी।
तभी कोमल बाथरूम से आई तो आहट
होने पर मैंने सीमा का पजामा ठीक
कर दिया। लेकिन शायद कोमल मुझे देख
चुकी थी, उसने पूछा- क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- सीमा की बुर देख रहा था।
कोमल ने कहा- रात को जब चोदा तब
नहीं देखी थी क्या?
जब मुझे पता लगा कि कोमल ने हमें चुदाई
करते देख लिया था तो मैंने जल्दी से
अपना लंड निकाला और
सीमा का पजामा नीचे सरका कर
उसकी चूत में रख कर कस कर पेल दिया।
जैसे ही लंड अन्दर गया सीमा की चीख
निकल गई।
फिर मस्ती से चुदने लगी, 15 मिनट तक
मैंने सीमा को कोमल के सामने जम कर
चोदा। सीमा की बुर से फिर खून
निकलने लगा था।
यह पहली बार था कि मैंने
किसी लड़की के सामने
दूसरी को चोदा हो।
और फिर मैं अपने घर आ गया। अब जब
भी मौका मिलता है, दोनों को जम
कर चोदता हूँ।
वाला हूँ। मैं आपको एक
असली कहानी सुनाने जा रहा हूँ।
जो मेरे साथ एक साल पहले घटित हुई
थी।
वैसे मैं 23 साल और थोड़ा अय्याश
किस्म का लड़का का हूँ बचपन से ही।
बचपन से ही ज्यादातर लड़कियों के
साथ रहा हूँ। मेरे ख्याल से
लड़कियाँ बेवफा होती हैं, कभी आप से
चुदा रही हैं, कभी किसी और से !
मेरे गली में एक लड़की रहती है नाम है
कोमल है। मुझे उस में कोई इंटरेस्ट
नहीं था क्योंकि मैं उसे देख
ही नहीं पाता था, लेकिन वो मुझे देख
सकती थी जो मुझे उसने बाद में बताया।
उसके बगल में मेरा एक दोस्त रहता था,
उसने मुझे बताया कि कोमल मेरे बारे में
पूछ रही थी, सो मैंने भी थोड़ा इंटेरस्ट
लिया और एक दिन
उसका पीछा किया।
मेहनत रंग लाई और मेरे दोस्त के हाथ उसने
मुझे एक लैटर भेजा जिसमें आई लव यू
लिखा था। उसके बाद हम पास के
ही एक मंदिर में मिले, कुछ बात करने के
बाद वो चली गई।
एक दिन सुबह मैं
उठा तो देखा तो कोमल हमारे घर मेरे
पापा से बात कर रही थी।
पता चला कि मेरे छोटे भाई ने कोमल के
भाई को मारा था, उसके सर पर चोट आ
गई थी। उसने पापा को इस बारे में
बताया तो मेरे पापा ने कहा- यह
मेरी नहीं सुनता है, ऊपर इसके भाई से
बोलो ! वो ऊपर अपने में कमरे में होगा।
तो मैं झट से अपने कमरे में आ गया और मन
ही मन खुश हुआ कि आज
मौका मिला है।
वो आ नहीं रही थी तो पापा ने उसे
जोर देकर कहा- जाओ ना !
तो वो मेरे कमरे में ऊपर आ गई, मैंने उससे
पूछा- तुम यहाँ?
तो वो मेरे भाई की करतूत बताने लगी।
मैंने बोला- और कुछ?
तो वो शरमा गई।
मैंने बोला- एक किस दो ना?
तो वो बोली- कोई आ जाएगा।
तो मैं बोला- कोई नहीं आएगा !
मैंने कमरा बंद कर लिया और उसे किस
करने लगा, वो गर्म होने लगी तो मैं
उसकी चूचियाँ दबाने लगा।
वो सिसकारने लगी तो मैंने
उसकी स्कर्ट के नीचे से अपना हाथ
उसकी पैंटी में घुसा दिया और उसकी बूर
को उंगली से सहलाने लगा। वो बहुत
जोर से सिसकारने लगी और उसकी बुर
पानी छोड़ने लगी।
तो मैंने उसकी चड्डी उतार दी और
उसकी बुर को गौर से देखा, 18 साल
की बुर की क्या बात होती है, मैं
अच्छी तरह से जानता हूँ, कोई बाल
नहीं था बुर पर, चिकनी गद्देदार !
मजा आ गया।
मैंने पूछा- तुमने कभी चुदाया है?
तो बोली- नहीं !
कभी कभी जीजाजी चूची दबा देते हैं।
मैंने अपने मोबाइल पे एक चुदाई
का वीडियो लगाया और उसे
अपना लण्ड चाटने के लिए कहा।
पहले तो वो मना करने लगी, मैंने
उसकी बुर चाटी तो कोमल गर्म होने
लगी और मेरा लण्ड चाटने लगी।
थोड़ी देर हम चटाई-चुसाई का खेल खेलते
रहे और फिर मैं झड़ गया।
जब मैंने उसकी बुर में लंड घुसाने
की कोशिश की तो अन्दर
जा ही नहीं रहा था। यह कहानी आप
अन्तर्वासना.कॉम पर पढ़ रहे हैं।
मैंने थोड़ा तेल उसकी बुर और अपने लंड पे
लगाया और एक
झटका दिया तो आधा लंड अन्दर
चला गया, तो वो चिल्ला पड़ी। मैं
उसके होंठ चूसने लगा वो चुप हो गई
पर उसकी आँखों में पानी आ गया था।
मैंने देखा कि उसकी बुर से खून निकल
रहा था। थोड़ी देर लंड अन्दर बाहर
करने के बाद वो भी आँखें बंद करके
मजा लेने लगी।
मैंने उसे खूब चोदा और अगली बार
मिलने की बात कही।
चुदवाने के बाद वो चली गई और
अपना नंबर दिया, कहा- रात को कॉल
करुँगी।
मैंने कहा- ठीक है।
रात को 12 बजे उसका कॉल आया, उसने
बताया कि उसकी बुर में बहुत दर्द
हो रहा है।
तो मैंने कहा कि मुझे भी लंड में दर्द
हो रहा है।
तो वो हंसने लगी और कहा- तुमने मुझे खूब
चोदा ना इसलिए !
तो मैंने कहा- तुमने भी तो खूब
चुदवाया ना !
और हम लोग लंड और बुर की बात करते
रहे। मैंने उसे बुर में उंगली करने
को कहा तो वो करने लगी और फ़ोन पर
ही सिसकारने लगी और कहने लगी-
चुदवाने का बहुत मन कर रहा है मेरा !
तो मैं बोला- मैं आ जाऊँ?
तो वो बोली- आ जाओ !
उसके घर के पीछे एक दरवाजा था, मैंने उसे
वहाँ पर आने को कहा तो वो मान गई।
रात का एक बज रह था, मैं अपने घर से
चुपचाप निकल गया,
वहाँ गया तो देखा वो वहीं थी, मैंने
जाते ही दरवाजा बन्द किया और
उसकी बुर चाटने लगा। वो खड़े खड़े
अपनी बूर चटवा रही थी, उसने अन्दर कुछ
नहीं पहना था क्योंकि कुछ देर पहले
ही हम लोग फ़ोन पर चोदा-चोदी कर
रहे थे।
मैंने वहाँ पर खड़े खड़े उसकी बूर में लंड पेलने
की कोशिश कि पर लंड पूरा अन्दर
नहीं जा पा रहा था। कोमल बोली-
लेट कर घुसाओ ना !
तो मैंने उसे जमीं पर उसे लिटा कर खूब
चोदा, फिर बुर से खून निकलने लगा,
मेरा लंड दर्द करने लगा पर मैं
चोदता रहा वो भी मजा लेने लगी और
मस्ती से चुदाने लगी।
मैंने पूछा- गांड को चोदने दोगी?
तो मना करने लगी।
फिर मैंने उसकी बुर की जम कर चुदाई
की।
करीब 4 बजे तक मैं वापिस घर आ गया।
पहली बार किसी के घर में घुस कर
किसी की बेटी या बहन
को चोदा था।
इस तरह मैंने उसको कई बार चोदा रात
को उसके घर जाकर।
एक दिन उसने बताया कि वो कंप्यूटर
सीखने बाहर जा रही है। एक दूर
की बहन से साथ कमरा ले कर रहेंगे।
और दो दिनों बाद वो चली गई और हम
फ़ोन पर ही चुदाई करने लगे।
एक दिन वो बोली- यहाँ आ जाओ !
तो मैंने कहा- तुम्हारी बहन
नहीं बोलेगी कुछ?
तो कोमल बोली- नहीं, वो भी तुमसे
मिलना चाहती है और
उसका बॉयफ़्रेन्ड भी है लेकिन उसने उसे
चोदा नहीं है।
तो मैं ट्रेन पकड़ कर रात को 11 बजे उसके
कमरे पर आ गया।
क्या मस्त बहन थी कोमल की, कोमल
जैसी ही कमसिन कलि ! सीमा नाम
था उसका।
मैंने उसी समय सोच लिया कि आज इसे
भी चोदना है।
छोटी छोटी चूचियाँ थी सीमा की,
जींस में मस्त लग रही थी।
खैर मैंने खुद पर कंट्रोल किया और हम
बातें करने लगे। कमरा एक
ही था तो सीमा पलंग पर सो गई और मैं
और कोमल नीचे लेट गए और चुदाई
का खेल चलने लगा, उसे खूब खूब चोदा, 3
बार चोदा।
जब कोमल सो गई तो मैं चुपके से पलंग पर
गया और अपना एक हाथ
सीमा की चूची पर रख दिया।
वो शायद जग रही थी, उसने मेरा हाथ
अपनी चूची से हटा दिया लेकिन कुछ
बोली नहीं तो मुझे थोड़ी हिम्मत हुई
और मैंने फिर उसकी चूची पर हाथ रख
दिया।
तो अब वो कुछ नहीं बोली, शायद
वो हमारी और कोमल की चुदाई देख
रही थी, वो गर्म हो चुकी थी।
वो पजामा पहने थी, मैंने
उसका नाड़ा खोल कर उसकी बुर पर
हाथ रख दिया और मसलने लगा।
वो सी सी करने लगी तो मैं उसे किस
करने लगा और उसे नंगी कर दिया,
उसकी बूर को चाटने लगा, उसने
पानी छोड़ दिया तो मैंने जल्दी से
अपना लंड उसकी बूर पर रख
दिया तो वो पागल सी होने लगी।
मैंने धीरे धीरे लंड बुर में पेलना शुरु किया,
थोड़ा अन्दर गया तो वो चिल्लाई।
मैं उसे किस करने लगा और लंड
को थोड़ा थोड़ा अन्दर बाहर करने
लगा। उसे भी अब अच्छा लगने लगा और
मस्ती में चूतड़ उठाने लगी। धीरे धीरे
पूरा लण्ड उसकी चूत में चला गया,
उसकी योनि से खून निकल रहा था।
सीमा की चुदाई पूरी करके मैं फिर
कोमल पास आकर सो गया। खास बात
यह थी इतनी देर की चुदाई में सीमा ने
एक बार भी बात नहीं की थी।
सवेरे 5 बजे कोमल ने उठाया जाने के लिए
तो मैंने कहा- एक बार और चोदना है।
और फिर उसे जम कर सवेरे सवेरे चोद
दिया। सीमा सो रही थी।
मैं तैयार होने लगा तो कोमल टॉयलेट
चली गई तो मैंने मौका देखते
ही दरवाजा बंद कर
सीमा का पजामा खोला।
वो सो रही थी, मैंने
देखा कि उसकी चूत बिल्कुल लाल
थी और खून से सनी थी।
तभी कोमल बाथरूम से आई तो आहट
होने पर मैंने सीमा का पजामा ठीक
कर दिया। लेकिन शायद कोमल मुझे देख
चुकी थी, उसने पूछा- क्या कर रहे हो?
मैंने कहा- सीमा की बुर देख रहा था।
कोमल ने कहा- रात को जब चोदा तब
नहीं देखी थी क्या?
जब मुझे पता लगा कि कोमल ने हमें चुदाई
करते देख लिया था तो मैंने जल्दी से
अपना लंड निकाला और
सीमा का पजामा नीचे सरका कर
उसकी चूत में रख कर कस कर पेल दिया।
जैसे ही लंड अन्दर गया सीमा की चीख
निकल गई।
फिर मस्ती से चुदने लगी, 15 मिनट तक
मैंने सीमा को कोमल के सामने जम कर
चोदा। सीमा की बुर से फिर खून
निकलने लगा था।
यह पहली बार था कि मैंने
किसी लड़की के सामने
दूसरी को चोदा हो।
और फिर मैं अपने घर आ गया। अब जब
भी मौका मिलता है, दोनों को जम
कर चोदता हूँ।
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